जब सुबह हुई तब उल्लू निचे आया और उसने कहा कि हंस भाई मेरे वजह से आप को रात में में तकलीफ हुई उसके लये मुझे क्षमा करें
नक़ल करने से कभी भी कोई छात्र परीक्षा में पास नहीं हो सकता. इसलिए हमें ईमानदारी से परीक्षा देनी चाहिए.
सम्राट ने किसान और उसके पड़ोसी को बुलाया और पूछा कि आदमी किसान को कुएं से पानी क्यों नहीं लेने दे रहा है। चालाक आदमी ने फिर से वही बात कही, “मैंने पानी नहीं, बल्कि कुआँ बेचा। इसलिए वह मेरा पानी नहीं ले सकता।
पंचतंत्र की कहानी: संगठन की शक्ति – sangathan ki shakti
bagh ki khal mein gadha Panchtantra ki kahani in Hindi
इस कारण से पड़ा था बजरंग बली का नाम हनुमान
अपने खेत के लिए पानी के स्रोत की तलाश कर रहे एक किसान ने अपने पड़ोसी से एक कुआँ खरीदा। पड़ोसी, हालांकि चालाक था, और किसान को कुएं से पानी लेने से मना कर दिया। यह पूछने पर कि, उन्होंने जवाब दिया, “मैंने तुम्हारे लिए कुआँ बेचा, पानी नहीं” और चला गया। व्याकुल किसान को पता नहीं था कि क्या करना है। इसलिए वह बीरबल, एक चतुर व्यक्ति और सम्राट अकबर के नौ दरबारियों में से एक के पास एक समाधान के लिए गया।
और यह भी बताएं की दीपक के नीचे अंधेरा क्यों होता है ?
'क्यों साहब? हमें यह अधिकार है कि हम अपने प्रधानमंत्री को भेंट दें', मिल मालिक अधिकार जताता हुआ कहने लगा।
पंचतंत्र की कहानी: स्वजाति प्रेम – swajati prem
दोस्तों “आम get more info का मोह” कहानी का तात्पर्य या प्रेरणा, सन्देश यह है कि जरुरत से ज्यादा मोह आपको व्यर्थ बना सकता है, वो कहते हैं ना कि कही पहुंचे के लिए कही से निकलना बहुत जरुरी होता है।
पंचतंत्र की कहानी: बंदर का कलेजा – bandar ka kaleja
तेनालीराम और लाल मोर – तेनालीराम की कहानी
महामंत्री को राजा का आदेश हर स्थिति में पूर्ण करना था. इसलिए उसने भगवान विष्णु की प्रतिमा निर्मित करने का कार्य गाँव के एक साधारण से मूर्तिकार को सौंप दिया.